कोरोना के नए लक्षणों से वैज्ञानिक हैरान, पैरों व हाथों पर दिखे अजीब निशान

कोरोना के नए लक्षणों से वैज्ञानिक हैरान, पैरों व हाथों पर दिखे अजीब निशान

सेहतराग टीम

कोरोना वायरस महामारी से पहले सैन फ्रेंसिस्को की स्किन स्पेशलिस्ट डॉ. लिंडी फॉक्स, के पास साल में मुश्किल से 4 से 5 ऐसे मरीज़ आते थे, जिनके सर्दियों के मौसम में पैरों और हाथों की उंगलियां सूज कर लाल होती थीं और उनमें दर्द की शिकायत भी होती थी। हालांकि, पिछले कुछ हफ्तों में उन्होंने ऐसे दर्ज़न भर केस देख लिए हैं।

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उंगलियों में सूजन और दर्द

फॉक्स ने कहा कि अचानक ऐसे मरीज़ बढ़ गए हैं, जिन्हें पैरों की उंगलियों में सूजन और दर्द की शिकायत है। पिछले कुछ हफ्तों से हमारा क्लीनिक ऐसे मरीज़ों से भरा रहता है। यहां तक कि ये वो लोग हैं जिन्होंने पहले कभी भी पैरों और हाथों की उंगलियों में सूजन या दर्द अनुभव नहीं किया है। डॉ. फॉक्स ने भी कहा, कि ये समस्या इस मौसम में देखने को नहीं मिलती है। ऐसा ठंड या नम स्थितियों में होता है जब छोटी रक्त वाहिकाओं में सूजन आ जाती है और दर्द भी शुरू हो जाता है। जो अक्सर सर्दियों के मौसम में होता है। 

हालांकि, डॉ. फॉक्स एक अकेली ऐसी डॉक्टर नहीं हैं, जिन्होंने इस समस्या का अनुभव किया हो। यूरोप और अमेरिका के कई त्वचा विशेषज्ञ आजकल कोरोना वायरस के मरीज़ को पहचानने के लिए एक नए तरह के लक्षण पर चर्चा कर रहे हैं। मार्च में इटली के कुछ त्वचा विशेषज्ञों के सामने कुछ ऐसे मरीज़ आए जिन्हें पैरों में सूजन और जलन की शिकायत थी। साथ ही उनके पैरों की उंगलियों का रंग भी बदला हुआ था।  

फ्रॉस्टबाइट जैसी तकलीफ

ये फ्रॉस्टबाइट जैसा दिख रहा था, जो उन लोगों में पाया जाता है जो ऐसी जगह रहते हैं जहां सर्दी काफी पड़ती है। इसमें पैर की उंगलियों में रक्त वाहिकाओं में सूजन हो जाती है और पैर की उंगलियों में गंभीर ऐंठन होती है। इस स्थिति को कोविड-टोज़ कहा जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसकी शिकायत वही लोग कर रहे हैं जो इटली की ऐसी जगह से आए थे जहां कोरोना वायरस का प्रकोप भयानक स्तर पर पहुंचा हुआ था। 

कोरोना वायरस का लक्षण हो सकता है फ्रॉस्टबाइट

अब, यही कोविड-टोज़ की स्थिति अमेरिका के बॉस्टन जैसे शहर में भी देखने को मिल रही है। जो बच्चे कोविड-टोज़ की शिकायत लेकर आ रहे हैं, अब अमेरिका के त्वचा विशेषज्ञ उन्हें कोरोना वायरस का टेस्ट कराने की सलाह दे रहे हैं।  इटली में ऐसे बच्चों में कोरोना वायरस के आम लक्षण नहीं देखे गए। त्वचा और मेडिकल विशेषज्ञों के बीच इस स्थिति और कोरोना वायरस के बीच संबंध को लेकर काफी बहस चली।

कोरोना वायरस के लक्षण

  • कोरोना वायरस संक्रमण महामारी इसलिए बन गया क्योंकि ये कोविड-19 के ऐसे मरीज़ों में पनपता है, जिसमें लक्षण नज़र नहीं आते हैं। दुनियाभर के स्वास्थ्य कर्मी उन लोगों का इलाज कर रहे हैं जो कोरोना वायरस से पीड़ित हैं, लेकिन असली चुनौती है ऐसे मरीज़ों को पहचानना जिनमें इस बीमारी के लक्षण नहीं दिख रहे हैं। 
  • अचानक गंध और स्वाद का न आना या आंखों का लाल होना, अब असमान्य लक्षणों में आते हैं। असमान्य इसलिए क्योंकि सूखी खांसी, बुख़ार, गले में ख़राश, थकावट और सांस लेने में दिक्कत कोरोना वायरस के आम लक्षण हैं। 
  • कोरोना वायरस को लेकर अब भी कई ऐसी चीज़ें हैं, जो इंसान को नहीं मालूम हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि ये संक्रमण हमारे लिए नया है। यहां तक कि बुख़ार, खांसी, गले में ख़राश और थकावट जैसे इसके लक्षण और भी कई तरह की बीमारियों के लक्षण हैं। इनमें से सबसे आम है बुख़ार का आना, जिसका साफ तौर पर मतलब होता है कि शरीर में कुछ गड़बड़ी है। 
  • ऐसा भी मुमकिन है, कि कोरोना वायरस के जो लक्षण इस वक्त असमान्य हैं, वो आगे आने वाले महीनों और सालों में इस संक्रमण को पहचानने के लिए अहम हो जाएं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पहले ही चेता दिया है, कि ये संक्रमण इंसानों के साथ आने वाले लंबे समय तक रहेगा। 

(साभार-दैनिक जागरण)

 

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